इक्फाई विश्वविद्यालय में पूर्ववर्ती छात्रों की बैठक "अनुस्मरण विंटर-2022" आयोजित
पुरातन छात्रों ने अपने-अपने अनुभवों को किया साझा
देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे पुरातन छात्रों को कुलपति प्रो.ओआरएस राव ने दी शुभकामनाएं
विशेष संवाददाता रांची। अनुस्मरण विंटर 2022, वर्ष 2022 के दौरान इक्फाई विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों की दूसरी बैठक द काव के रेस्तरां में आयोजित की गई, जिसमें भारत और विदेशों के विभिन्न स्थानों के पूर्ववर्ती छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बैठक की शुरुआत सिमलिया गांव की ग्रामीण महिलाओं द्वारा नागपुरी शैली में आदिवासी लोक नृत्य के स्वागत के साथ हुई, इसके बाद गायन, नृत्य आदि जैसे मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। पूर्व छात्रों का स्वागत करते हुए, इक्फ़ाई विश्वविद्यालय, झारखंड के कुलपति प्रो.ओआरएस राव ने कहा कि हमें खुशी है कि हमारे पूर्व छात्रों ने अपनी रुचि और जुनून के आधार पर विविध कैरियर के रास्ते चुने और भारत और विदेशों ऑस्ट्रेलिया, यूके, यूएस और कनाडा जैसे देश में भी अपनी पहचान बनाई। जबकि कई प्रतिष्ठित संगठनों में काम कर रहे हैं, कुछ आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, आईबीएस, केंद्रीय विश्वविद्यालयों आदि जैसे प्रमुख संस्थानों में उच्च अध्ययन के लिए गए हैं। हमने देखा कि हमारे लगभग 11प्रतिशत पूर्व छात्रों ने गायन, नृत्य, फिल्म अभिनय, टीवी श्रृंखला निर्देशन, मॉडलिंग, खेल आदि जैसे क्षेत्रों में उद्यमी और स्वतंत्र कलाकार बनना चुना। इस अवसर पर, इक्फ़ाई विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र न्यूज़लैटर का दूसरा अंक, "एल्युमनेस्ट" जारी किया गया, जिसमें पूर्व छात्रों पर पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों अपडेट शामिल थे।
पूर्व छात्रों ने पुरानी यादों के साथ विश्वविद्यालय में परिसर के जीवन की अपनी यादों को याद किया और विश्वविद्यालय छोड़ने के बाद पेशेवर यात्रा के अनुभवों को साझा किया और अपनी पेशेवर सफलता में योगदान के लिए विश्वविद्यालय और संकाय सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने छात्रों को करियर सलाह भी दी और छात्रों के रूप में और कार्यस्थल में अपने समय की सबसे कीमती यादों को साझा किया। पूर्व छात्रों की बैठक का समन्वय डॉ. पृथा चतुर्वेदी, प्रो. सुमित सिन्हा और डॉ. बिजॉय गांगुली ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुब्रतो डे ने किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर अरविंद कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए पूर्व छात्रों और विश्वविद्यालय के बीच सतत आधार पर संपर्क को मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विवि के छात्र-छात्राएं व प्राध्यापकों ने भी भाग लिया।
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