डॉ मुजफ्फर हुसैन द्वारा रचित तीन पुस्तकों का प्राचार्य डॉ बीपी वर्मा ने किया विमोचन
मुस्लिम समुदाय के विभिन्न पहलुओं पर आधारित है तीनों पुस्तक
रांची। डोरंडा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बीपी वर्मा ने मुस्लिम समुदाय पर आधारित तीन पुस्तकों का विमोचन सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में बड़े सादगीपूर्ण माहौल में किया। इन पुस्तकों के रचनाकार डॉ मुजफ्फर हुसैन हैं, जो डोरंडा कॉलेज में ही अध्यापन कार्य करते हैं। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ बीपी वर्मा ने कहा डॉ हुसैन द्वारा रचित तीनों पुस्तक पूर्णतः शोध पर आधारित है और इसका अध्ययन करने से मुस्लिम समुदाय के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। यह महाविद्यालय परिवार और मुस्लिम समुदाय के लिए काफी हर्ष की बात है कि कॉलेज के ही एक शिक्षक ने इन पुस्तकों का लेखन कार्य बड़ी सूझ बूझ और परिश्रम से किया है। निःसंदेह आने वाले दिनों में इन पुस्तकों का लाभ मुस्लिम समुदाय के साथ साथ अन्य समुदायों एवं सरकार को मिलेगा। पुस्तक की जानकारी देते हुए डॉ मुजफ्फर हुसैन ने कहा तीन पुस्तकों में प्रथम पुस्तक मुस्लिम कल्याणकारी योजना एवं उनके शैक्षणिक संस्थान नाम से है, जिसमें मुस्लिम संबंधी सभी कल्याणकारी योजनाओं और उनके शैक्षणिक संस्थानों की विस्तृत जानकारी दी गई है। दूसरी पुस्तक का नाम मुसलमानों में शिक्षा, संस्कार एवं अल्पसंख्यक संस्थान की भूमिका है, जिसमें मुस्लिम समुदाय की शिक्षा, संस्कार और उनके लिए गठित अल्पसंख्यक संस्थाओं के कार्य-भूमिका आदि को विस्तारित किया गया है। वहीं, तीसरी पुस्तक मुसलमानों का सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक जीवन पर आधारित है। डॉ हुसैन बताते हैं कि तीनों पुस्तक वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार लिखे गए हैं जिसका सर्वांगीण लाभ मिलेगा। पुस्तक का प्रकाशन झारखंड झरोखा, रांची ने किया है और यह पाठकों के लिए प्रकाशक के दुकान नंबर डीजी 03, न्यू बिल्डिंग, न्यू मार्केट, रातू रोड, रांची के पते पर उपलब्ध है। प्रथम एवं तृतीय पुस्तक की कीमत जहां 300 रुपये है। वहीं द्वितीय पुस्तक 400 रुपये की है। इस अवसर पर प्राचार्य एवं लेखक के अतिरिक्त इंटर इंचार्ज मतीउर रहमान, मुसर्रत जहां, डॉ शीला कुमारी, अवधेश ठाकुर, शोएब आलम, अपर्णा शर्मा, मुसर्रत, अनुराधा कुमारी, नूर निशा कुजूर, रशान्ति नायक, उमा भारती, अमित कुमार, निरंजन वर्मा, यासमीन परवीन, शैल सुता कुमारी समेत कई शिक्षकगण उपस्थित थे।
कौन हैं डॉ मुजफ्फर हुसैन डॉ मुजफ्फर हुसैन इससे पूर्व महली जनजाति के राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर शोधपरक पुस्तक लेख चुके हैं, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। देशभर के शोधपरक पत्र पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों में इनके लेख छपते रहे हैं। इनके लेख सरकारी योजनाओं की विस्तृत व्याख्या करती है। रांची विश्वविद्यालय के मानवाधिकार विभाग में अध्यापन कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वह डोरंडा कॉलेज में अध्यापन कार्य कर रहे हैं। पेशे से पत्रकार भी हैं और जनमुद्दों पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते रहते हैं।
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