रांची: खुदा से प्रेम और इबादत के लिए कोई उम्र नहीं होती। रमजान माह में रोजेदार रोजा रखकर खुदा की इबादत कर रहे हैं। इसमें बच्चे भी पीछे नहीं हैं। रांची क्षेत्र में बड़ी संख्या में बच्चे भी इस बरकत के महीने में इबादत कर रहे हैं। खासकर ऐसे बच्चे अधिक उत्साहित हैं जो अपने जीवन में पहली बार रोजा रख रहे हैं। दिन भर रोजे में रहने के बाद वे इफ्तार कर रहे हैं। क्लास नर्सरी के साढ़े तीन वर्ष के हरीश ताहा अपने पिता सीनियर पत्रकार शादाब खान, माता फरहत परवीन और क्लास केजी के पांच वर्ष के हम्माद ताहा पिता अंबर खान, माता नुरैशा परवीन ने आज रमजान का पहला रोजा रखा। माता पिता का फिक्र था कहीं कुछ परेशानी ना हो जाए। लेकिन पहला रोजा दोनो ने पार कर लिया। वे स्कूल जाते हैं, पर स्कूल में अन्य बच्चों को लंच करते देखकर भी उन्हें भूख महसूस नहीं होती। बच्चो का कहना है कि पहली बार रोजा रखकर उसे काफी खुशी महसूस हो रही है। शादाब खान ने कहा कि बच्चे अपनी मां फरहत परवीन से रमजान के पूरा रोजा रखने की बात कह रहे है। उनके मां की चिंता बढ़ गई है के अगर बच्चे जिद करदे तो किया होगा। उलेमा से सुना है कि बच्चे अपने घर से ही सीखते हैं। बच्चों के घर वाले भी बच्चों के उत्साह को देखकर काफी खुश हैं।
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