झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा का प्रतिनिधि मंडल शिक्षा सचिव से मिलकर रखी शिक्षकों की समस्यायें, सचिव ने कहा जल्द होगा निराकरण
रांची: झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा* के प्रतिनिधिमंडल में शामिल राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के विजय बहादुर सिंह एव झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के महासचिव अमीन अहमद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव श्री के रवि कुमार से मिलकर शिक्षा एव् शिक्षकों से संबंधित विभिन्न मामलों को रखा। सचिव के साथ उनकी लंबी वार्ता हुई। सर्वप्रथम राज्य के उर्दू शिक्षकों को जिनका परिवर्तन योजना मद से गैर योजना मद में किया गया उसके लिए सचिव महोदय का राज्य के तमाम उर्दू शिक्षकों की ओर से तहे दिल से शुक्रिया अदा किया गया क्योंकि वर्षों से लंबित उक्त मामले को उनके द्वारा त्वरित संज्ञान में लेकर योजना से गैर योजना मद में स्थानांतरित कर शिक्षकों के मांग को पुरा कर दिया गया। ज्ञात हो कि इस संबंध में विगत 23 दिसंबर 2022 को झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ द्वारा योजना से गैर योजना मद में स्थानांतरित करने के लिए मांग पत्र सचिव महोदय को दिया गया था जिसपर त्वरित कारवाई करते हुए संचिका कैबिनेट में स्वीकृति हेतु भेजा गया। 9 फरवरी 2023 को कैबिनेट से इसकी स्वीकृति दे दी गई।जिसके फल स्वरूप सचिव महोदय द्वारा संकल्प पत्र जारी करते हुए पत्रांक 259 दिनांक 24/02/23 को योजना मद में नियुक्त 701 शिक्षकों सहित कुल 4401 पदों को योजना से गैर योजना में स्थानांतरित किया गया। इसके साथ ही राज्य में नियुक्त योजना मद के माध्यमिक शिक्षकों को भी जल्द गैर योजना मद में स्थानांतरित करने का भी आश्वासन दिये एव् उर्दू शिक्षकों का योजना मद का बकाया राशि 35 करोड़ जो अनुपूरक बजट में पारित हुआ है उसका शीघ्र जिलावर आवंटित कर दिया जाएगा। ट्रांसफर पोर्टल में शिक्षकों के स्थानांतरण संबंधी जो त्रुटियां थी उसको भी सचिव महोदय के समक्ष रखा गया। 2012 से पूर्व नियुक्त शिक्षक कक्षा एक से आठ के लिए किये गए थे जिसमे 1994, 1999, 2003 में नियुक्त शिक्षक शामिल हैं जिन्हे एक से पांच के लिए दिखाया जा रहा है। इस संबंध में कहा गया कि एक से आठ कक्षा के लिए उनकी नियुक्ति हुई थी अतः स्थानांतरण पोर्टल में एक से आठ का एक कॉलम होना चाहिए। (ज्ञापन की प्रति संलग्न है) 2016 में नियुक्त शिक्षकों का विभागीय त्रुटि के कारण दूर दराज के अन्य जिलों में पदस्थापित कर दिया गया जिससे शिक्षक अपने गृह जिला से दूरस्थ जिला में नियुक्त हो गये एव्ं प्रमाण पत्र जब्त कर लेने के कारण वे अपने गृह जिला के कॉउंसेलिंग में शामिल होने से वंचित रह गये। शिक्षकों को गृह प्रखंड के अनुसार उनका स्थानांतरण किये जाने का एक मौका दिया ताकि वे अपने परिवार के साथ रहते हुए कार्य का निर्वहन कर सकें। सचिव महोदय ने कहा कि इस पर भी यथाशीघ्र जल्द ही निर्णय लिया जाएगा और शिक्षकों को अंतर गृह जिला का स्थानांतरण भी उनके नियम में शिथिलता लाकर यथाशीघ्र किया जाएगा । भवदीय अरुण कुमार दास प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा।
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