डेयरी पशुपालकों के लिए गव्य प्रबंधन सह पशु पोषण विषयक सेमिनार आयोजित
पशुओं के खानपान और रख-रखाव पर दें विशेष ध्यान : रविंद्र कुमार सिन्हा
विशेष संवाददाता रांची। गव्य विकास निदेशालय झारखंड के तत्वावधान में सोमवार को प्रशिक्षण एवं प्रसार संस्थान, धुर्वा में डेयरी पशुपालकों के लिए गव्य प्रबंधन सह पशु-पोषण विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए गव्य विकास निदेशालय के पूर्व सहायक निदेशक रविंद्र कुमार सिन्हा ने पशुपालकों को पशुओं के खानपान और रखरखाव पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। श्री सिन्हा ने पशुपालकों को बताया कि गर्भावस्था के दौरान गायों के खानपान और रखरखाव के लिए किन-किन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने पशुपालकों से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया।
वहीं, गव्य तकनीकी पदाधिकारी प्रियंका कुमारी ने दुधारू नस्ल की पहचान एवं गौशाला प्रबंधन के बारे में पशुपालकों को जानकारियां दी। प्रशिक्षक डॉ.एमएस प्रकाश ने विभागीय योजनाओं की जानकारी पशुपालकों को देते हुए इसका लाभ उठाने पर बल दिया। डॉ.प्रकाश ने पशुपालकों को बताया कि गव्य प्रबंधन एवं पशुओं का पोषण करने के लिए कौन-कौन से आवश्यक तत्व जरूरी हैं। वहीं, गिरीश कुमार ने हरा चारा उत्पादन पर बल देते हुए पशुपालकों से कहा कि पशुओं की देखभाल और खानपान के लिए हरा चारा काफी सहायक है। इसका उत्पादन कर पशुपालक लाभ उठा सकते हैं। कार्यशाला में प्रशिक्षक अमरेंद्र कुमार सिंह ने पशुओं में होने वाले रोगों की पहचान और प्राथमिक चिकित्सा की जानकारियां दी। कार्यशाला में उपस्थित डेयरी पशुपालकों के साथ विशेषज्ञों ने परिचर्चा भी की। पशुपालकों की जिज्ञासाएं दूर की। स्वागत भाषण व मंच संचालन सेवानिवृत्त जिला गव्य विकास पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा ने की। सेमिनार के अंत में रांची जिला गव्य विकास पदाधिकारी कौशलेंद्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यशाला को सफल बनाने में सुरेश कुमार, संतलाल प्रसाद, विभा कुमारी, उषा देवी, दीपक कुमार, सरोज लकड़ा, मंटू कुमार सहित विभाग के अन्य कर्मियों ने योगदान दिया। सेमिनार में झारखंड के विभिन्न जिलों से काफी संख्या में डेयरी पशुपालक शामिल हुए।
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